Mahatma Gandhi Essay in Hindi : इस आर्टिकल में महात्मा गाँधी का जीवन परिचय हिन्दी में दिया गया है। जो की स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को गाँधी जी के बारे में जानने और उन पर निबंध लिखने के काम आएगा। गाँधीजी के ऊपर 10 लाइन का निबंध भी नीचे दिया गया है, जो सभी विद्यार्थियों के बहुत काम आएगा।
10 lines Mahatma Gandhi Essay in hindi
नीचे दिया गया गाँधीजी के ऊपर 10 लाइन का निबंध को विद्यार्थी स्कूलों में दिये जाने वाले ग्रहकार्य के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। यहाँ पर 10 lines Mahatma Gandhi Essay निम्न प्रकार से दिया गया है:
- गाँधीजी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को हुआ था।
- गाँधी जी को हम “बापू” के नाम से भी जानते हैं।
- महात्मा गांधी भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता थे
- उन्होंने अहिंसा और शांतिपूर्वक विरोध के माध्यम से स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया।
- उनके सिद्धांत “सत्याग्रह” ने अन्य नेताओं को भी प्रेरित किया।
- उन्होंने अंग्रेजी शासन के ख़िलाफ़ लोगों के बीच एकता और एकजुटता की महत्वपूर्ण बात की।
- गांधी जी के जन्मदिन के अवसर पर हम प्रत्येक वर्ष 2 अक्टूबर को “गांधी जयंती” के रूप में मनाते हैं।
- महात्मा गांधी ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने का प्रयास किया।
- उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों में जाति, धर्म और उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष किया।
- गांधीजी ने राष्ट्रप्रेम को अपने विचारों और क्रियाओं के रूप में व्यक्त किया और जनता को स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में प्रतिबद्ध करने के लिए प्रेरित किया।
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महात्मा गाँधी का जीवन परिचय हिन्दी में
महात्मा गांधी भारत के सम्पूर्ण इतिहास में सबसे प्रभावी नेताओं में से एक थे। वे 2 अक्टूबर, 1869 को, गुजरात के एक तटीय नगर पोरबंदर में पैदा हुए। इनके पिता का नाम करमचंद गाँधी और माता का नाम पुतलीबाई था। गांधी ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के मुख्य नेता के रूप में काम किया। वे अपने सशक्त व्यवहार और अहिंसा की विधिवत मानवीयता के लिए जाने जाते हैं। गांधीजी ने अपने जीवन में कई कठिन परीक्षाएं पाईं। वे अहिंसा की मूल विधियों के आधार पर अपने आंदोलनों को नियंत्रित करते थे। इनकी बेहतरीन नेतृत्व क्षमता को देखने के बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस से ने इन्हें “राष्ट्रपिता” कहा।
बापू ने भारत सरकार और ब्रिटिश शासन के खिलाफ अनेक आंदोलनों के माध्यम से जनता को एकता और स्वतंत्रता के लिए जोड़ा। वे अहिंसा के माध्यम से अपने विचारों और मानवता को प्रचार करने के लिए सफल रहे। महात्मा गांधी विश्व विख्यात तत्व हैं क्योंकि वे शांतिप्रिय निर्दोष अधिकार के प्रथमवीर और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य नेता थे।
1947 में, भारत ने अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की और गांधी द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच बंटवार और धार्मिक अनबन के कारण हुई हिंसाओं को रोकने के लिए कोशिश की। वे अपनी हत्या के दौरान भी अहिंसा और अन्याय के पर्याय बने। महात्मा गांधी की नेतृत्व और स्वतंत्रता के लिए की गई ये सफलताओं और आंदोलनों ने वह विश्व के लिए एक प्रख्यात नेता बनाया। वे आज भी दुनिया भर में प्रतिष्ठित हैं और उनकी पूज्यता और अनुयायी भविष्य के लोगों के बीच बनी हुई है।
महात्मा गांधी के जीवन में बहुत सी प्रमुख घटनाएं हुईं। उन्होंने 1920 में असहयोगआंदोलन शुरू किया जो कि भारत में अंग्रेजी शासन के विरोध में हुआ।
गांधी जी के प्रमुख आंदोलन :
- चम्पारण आंदोलन
- खेड़ा आंदोलन
- अहमदाबाद मिल कमगार आंदोलन
- असहयोग आंदोलन
- नमक सत्याग्रह (दंडी मार्च)
- भारत छोड़ो आंदोलन
इन सभी आंदोलनों और संघर्षों के दौरान महात्मा गांधी ने अहिंसा, सहयोग, और प्रतिनिधित्व के महत्वपूर्ण सिद्धांतों के अनुसार किया।
Mahatma Gandhi FAQs :
Q. महात्मा गांधी की हत्या किसने की?
A. महात्मा गांधी की हत्या 30 जनवरी 1948 को नाथुराम गोडसे द्वारा की गई।
Q. महात्मा गांधी कब और कहाँ पैदा हुए?
A. महात्मा गांधी 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के वर्तमान देश में पोरबंदर नामक तटीय शहर में पैदा हुए।
Q. महात्मा गांधी कौन थे?
A. महात्मा गांधी भारत के एक राजनैतिक और आध्यात्मिक नेता थें जो भारत के ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह शांतिप्रिय निर्दोष अधिकार के प्रथमवीर थे और भारतीय राष्ट्र के पूर्वज के रूप में विश्वव्यापी प्रतिष्ठित हैं।
Q. महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत कब लौटे?
A. महात्मा गांधी 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे।
Q. गांधीजी ने असहयोग आंदोलन कब शुरू किया?
A. महात्मा गांधीजी ने 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू किया।
Q. गांधी जी का पूरा नाम क्या है?
A. गाँधी जी का पूरा नाम “मोहनदास करमचंद्र गाँधी” है। जिन्हें सब प्यार से बापू भी कहते हैं।
Q. सत्याग्रह क्या है?
A. “Satyagraha” (सत्याग्रह), गांधी जी द्वारा पेश किया गया एक आंदोलन है। यह एक व्यवस्थापकीय विरोध का एक स्वतंत्र, सम्मानपूर्ण और शांतिपूर्ण तरीका है। यह दशकों में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान काम में लाया गया था। “Satyagraha” का अर्थ है “सत्य के लिए संघर्ष”।